FB Post of 2nd December 2020
आज यूनाईटेड किंगडम दुनिया का पहला पश्चिमी देश हुआ जो Pfizer BioNTech जर्मनी का वैकसीन जो (-) 70 डिग्री पर स्टोर होता है (मेरा एक पोस्ट है 13 Nov. का इस वैकसीन पर है). एशिया मे रूस और चीन पहले से अपने मूल्को मे अपना बनाया वैकसीन लोगो को दे रहे हैं।
यह जर्मनी के तो तुर्की नस्ल के डाक्टर जोडी द्वारा बनाया गया वैकसीन है। यह mRNA (messenger RNA) टेकनीक पर बनाया गया है। अभी BBC पर डॉ शाहीन ने बताया यह मैसिंजर आरएनऐ
“mRNA first molecule of life involved in almost all aspects of cell biology. The process of vaccine is called molecule technology”. “The molecules study for 50 years will well characterised bio safety properties”.
आज ब्रिटेन के स्वास्थ मंत्री ने कहा कि अगले हफ्ता से पूरे ब्रिटेन मे बूढ़े लोगो को और उन के देखरेख मे लगे लोगो तथा डाक्टर और नर्स को यह वैकसीन दिया जाये गा। यह फाईजर-बियोनटेक का 8 लाख शीशी बेलजियम से बन कर कल आये गा जो ब्रिटेन के 50 हौस्पिटल मे रखा जयें गा।हर शीशी मे पॉच डोज़ होगा, यानी 40 लाख लोग को एक महीना मे पहला डोज़ दिया जाये गा। यूके एक महीना से हजारो नर्स और वलन्टियर को ट्रेनिंग दे रहा था और सब की क्रिसमस और नये वर्ष की छुट्टी को रद कर दिया गया है।
अब तक इस वैकसीन का औडर EU (300 million), Japan (120 m), UK (40 m), USA (600 m) का दे चूका है और खबर है तुर्की (100 m) का देने जा रहा है।
(निचे तसवीर मे अभी डॉ शाहीन, उन की पत्नी और फाईजर के सीईओ Live interview जर्मनी से BBC को दिया है जिस को हम ने अंग्रेज़ी मे लिखा है)