Post of 1st September 2022

1991 मे सोवियत संध भंग हुआ और उस के आखरी नेता गोर्बाचोफ़ का देहांत 30 अगस्त 2022 को हुआ।तीस साल बाद रूस के पुटिन फिर सोवियत संघ के तरह विस्तारवादी हो गये और दुनिया मे उर्जा संकट पैदा कर तकरीबन 48 साल बाद दुनिया बदलने की फिर अगुवाई कर दिया।

सऊदी अरब के शाह फैसल ने 1973 मे वेस्टर्न देशो पर oil embargo लगा कर दुनिया बदली।सोवियत नवाज़ इंदिरा गॉधी जो 1971 मे बंगलादेश बना कर दुर्गा कही जाने लगी थी उन को हिंसक जेपी आंदोलन चला कर 1977 मे हटा दिया गया और भारत मे सैकडो नये नेता पैदा हो गये। सोवियत संघ नवाज़ कांग्रेस का विकल्प जनता पार्टी का जन्म हुआ।

सोवियत संघ को एशिया मे अपनी जमीन छोटी होती नजर आई और 1979 मे ब्रेज़नेव ने पोलिटब्यूरो के मीटिंग मे झूठा केजीबी रिपोर्ट देखा कर अफगानिस्तान मे फौज भेज दिया।चीन ने भी 1979 मे मार्क्स के सिद्धांत को ठोकरा कर अमेरिका से लिखित दोस्ती कर ली।

सऊदी अरब जो 1939 मे रूस से रिश्ता ख़त्म कर चूका था, उस ने अमेरिका और यूरोप से मिल कर अफगानिस्तान से सोवियत संघ को भागने पर मजबूर कर दिया।1991 मे सोवियत संध टूट कर 15 आज़ाद देश बन गया, दुनिया बदल गई।

अमेरिका 25 साल अकेला सुपर पावर रहा। 2011 मे ओबामा ने अरब स्प्रिंग शुरू किया, चीन ओबामा के बदलते तेवर देख 2013 मे शी जिंपिंग को राष्ट्पति बना दिया, सऊदी अरब ने अगस्त 2015 मे रूस को सिरिया मे बोला लिया।

1980 मे भारत मे जनता पार्टी टूट गई, हर नेता हर राज्य मे अपना खेमा डाल लिया, मंडल कामयाब हुआ। दूसरों ने कमंडल शुरू किया, कांग्रेस की मिली जूली सरकार बनने लगी, कोई दूसरी पार्टी कांग्रेस का विपक्ष नही बन सकी। 2014 मे ओबामा कांग्रेस का विपक्ष, बीजेपी पार्टी की सरकार बनवाने मे कामयाब हुऐ मगर यह सरकार भी जनता पार्टी के सरकार की तरह Western World के राजनीति के मापदंड को नही समझ पाई।सरकार के शीर्ष नेता ने भी देशहित मे अपने दक्षिणपंथी किरदार से समझौता नही किया।

1970s के उर्जा संकट ने यूरोप को कमज़ोर किया, सोवियत संघ को तोडा, अमेरिका द्वारा चीन को दुनिया का सब से बडा मैन्युफैक्चरिंग हब (manufacturing hub) बनवाया, मिडिल ईस्ट दुनिया का सब से बडा उर्जा का केन्द्र बन गया और दुनिया के करोड़ों लोगो को नौकरी दिया, मार्क्सवाद का अंत हुआ।

#अब 2020s के दश्क का उर्जा संकट महगाई, बेरोज़गारी, सामाजिक अशांति पैदा करे गा, दक्षिणपंथी नेताओ का किरदार का अंत होगा, पूँजीवाद व्यवस्था (capitalism) का अंत करे गा, निजीकरण का दौर ख़त्म हो गा, पब्लिक सेक्टर का ज़माना आये गा, एशिया का युग होगा, अफ्रिका तरक्की करे गा, 2050 तक दुनिया मे बहुत कुछ बदल चुका हो गा।

“भारत मे परिवर्तन लाज़िम है, अब वक्त जो लगे”
=====================
Some comments on the Post

Mohammed Seemab Zaman इस पोस्ट को हम कई दिन से लिखने को सोंच रहे थे।इस पोस्ट को ललिता जी के पोस्ट से जोड कर पढिये गा, तो दोनो पोस्ट समझ मे आ जाये गा।

  • Kamran Rafiq, Mohammed Seemab Zaman सर हम सब शिद्दत से आपकी पोस्ट का इन्तजार करते हैं, बस लाइल्मी की वजह से रिप्लाई नहीं कर पाते।

Abdul Bari यह सिर्फ आप ही लिख सकते है । एक पोस्ट में पिछले 50 साल के बड़े घटनाक्रम जिसने दुनिया बदल कर रख दी ।

चौधरी ज़ैद वाह सर आप की पोस्ट से बहुत कुछ मिला है आज शुक्रिया आप का पुराना इतिहास एक लाइन में लिख डाला आप ने.

Mohd Jilani यह लिखने वाले का हुनर है की हर एक लाइन में अपने समय की पूरी एक किताब छुपी है और आपको पढ़ने वालों का यह मुकद्दर है कि वह आप को पढ़ रहे हैं. ज्ञानी नाम का शब्द मैंने बहुत बार पढ़ा और सुना था आपको पढ़ने के बाद समझ में आया ज्ञानी किसे कहते हैं. आप वाकई लाजवाब है मेरी अल्लाह पाक से दुआ है आप जैसे ज्ञानी दानिश्वर जैसे लोगों से मुसलमानों की कौम को भर दे जो मुसलमानों की रहनुमाई करें अल्लाह मेरी दुआ कबूल फरमाए. आमीन

  • Mohammed Seemab Zaman, Mohd Jilani साहेब, हम ने यही कोशीश आठ साल से किया कि आम आदमी के दिमाग़ को रौशन करें। अल्लाह का लाख लाख शुक्र है कि आप लोग मेरी बात समझ गये और हम इस मे कुछ हद तक कामयाब हुऐ।मेरे वालिद साहेब ने इक़बाल पर 22 किताब लिखी और सस्ते मे बेचा, यह कह कर कि “हम चाहते हैं एक आटा चक्की पर बैठा इंसान भी इकबाल को पढ और समझ ले, वरना तो उर्दुदॉन ने इकबाल को एक कमरे मे चंद आदमी के साथ बैठ कर पढा और ताली बजवाई”अल्लाह का शुक्र है FB ने यह मौका दिया जो हम ने आप लोगो को अपने वालिद, दादा से सूनी बात को मजीद पढ कर पहुँचा रहे हैं। यह सब उर्दु हिन्दी या अंग्रेज़ी अखबार मे नही मिले गा।

Tur Khan सर जी यहां तो निजीकरण अपने चरम सुख में लीन है पूंजीवाद ऐसा के कर्जदार होकर भी तीसरे नम्बर के अमीर आदमी है और नजर पहले स्थान पर है ये पहले स्थान पाने की सनक सबको ले डूब रही है।

  • Mohammed Seemab Zaman तीसरा क्या यह पहला अमीर आदमी बन जाये गें। इसी तिसरे बडे आदमी के वजह कर 27 सरकारी बैंक मे 7 बचा है। अगर बाकी 7 डूब जाये गा तो यह पहले अमीर आदमी हो जाये गें। इसी से इस पर हम कोई पोस्ट नही लिखते हैं। मेरे पूराने पोस्ट को खोज खोज कर पढिये, सब समझ जायें गें।

Mir Talib Ali पिछले पचास साला वैश्विक बदलाव को एक संक्षिप्त post मे पिरो देना आपके बस की ही बात है. भारत में भी बदलाव होगा यह जानकर दिल को सकून मिला

  • Mohammed Seemab Zaman, Mir Talib Ali साहेब, मजबूरन बदलाव लाना होगा। दुनिया मे बहुत बडी तबाही हो गई है। सवाये मिडिल इस्ट के कोई ठीक हाल मे नही है।

Joginder Ranga महत्वपूर्ण आलेख सर। वैश्विक राजनीतिक इतिहास और बदलाव और आने वाले समय के परिदृश्य की बेहतरीन जानकारी दी आपने।

Faysal Khan बोहोत बेहतरीन सर पूरी तस्वीर एक ही पोस्ट खींच दी अल्लाह आपको मज़ीद ख़ैरो आफ़ियत में रखे आमीन. 

Mohd Shaan बेहतरीन विश्लेषण के साथ ज़बरदस्त “पोस्ट “सर”