Post of 10th July 2022

यह अमेरिका है जो मानवाधिकार, अभिव्यक्त की आज़दी, औरतो को आजादी, महिला मुक्ति (female emancipation) का राग अलापता है, जहॉ समलैंगिक विवाह का कानून है और कानून बना कर मुस्लिम देशों पर सैंगशन्स लगाता है, उस के यहॉ औरतों को गर्भपात अधिकार (abortion rights) नही है चाहे जान भी चली जाय।

अमेरिका मे 1973 मे औरतो को न्यायालय से गर्भपात का अधिकार (Roe vs Wade) मिला जिस को पिछले महीना सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश लोगो ने फिर ख़त्म कर दिया।आज अमेरिका मे औरतें रोड पर गर्भपात के लिए आंदोलन कर रही हैं और नारा लगा रही हैं “My body My choice”, “I don’t regret abortion”, “Bans off our bodies” मगर बाईडेन सरकार कांग्रेस और सेनेट से बिल पास कर गर्भपात का अधिकार औरतो को नही दे रही है।

अमेरिका “Pro-life” का ढोंग रच कर गर्भपात बंद कर रहा है जब कि हर महीना “Pro-gun” कानून से मॉल में या रोड पर दस बच्चे/जवान मरते हैं उस पर न्यायाधीश कोई संज्ञान नही लेते हैं और न कोई कानून अमेरिकी कांग्रेस मे बनता है।

अमेरिका का ढोंग देखये तालेबान सरकार को औरतो के अधिकार के नाम पर मान्यता नही दे रहा है जब कि तालेबान का कहना है वह लडकी/औरतों को स्कूल कालेज मे पढने की ऐजाज़त देगा मगर शांति स्थापित होने के बाद क्योकि अभी अमेरिका का पैदा आईएसआईएस खुदकश हमला कर आतंक फैला रहा है। तालेबान का कहना है कि हम को पैदा तो इन्ही औरतो ने किया।

भारत मे आबादी कम करने के लिए 1971 मे औरतो को गर्भपात का कानूनी अधिकार मिला। यह अधिकार बहुत उदारवादी है जिस का दुरुपयोग किया जाने लगा है।

नीचे ग्राफ देखये पूरे मिडिल ईस्ट मे मॉ/बच्चे के स्वास्थ के आधार पर गर्भपात का अधिकार है।केवल मिस्र और मोरक्को मे यह 1937 के फ्रांस का पूराना कानून है मगर वहॉ भी दो डाक्टर के सलाह से एजाज़त है।
==========
Some comments on the Post

Mohammed Seemab Zaman Please कोई उर्दु नाम वाले गर्भपात पर क़ुरआन या फ़िक्कह (Islamic jurisprudence) का हवाला दे कर कुछ नही लिखये गा। यह सब को पता है, बिना स्वास्थ कारण गर्भपात मना है।

मियाँ भाई Isis k खुदकश हमले को भी यहां के सॉफ्ट मुस्लिम तालिबानी स्टूडेंट बताते है

  • Mohammed Seemab Zaman Isis k को तालेबान मार रहे हैं। यह Isis k अब उजबेकिस्तान पर मिज़ाईल हमला करने लगे। इन को उज़बेकिसतान भी मार रहा है।

Shalini Rai Rajput जब ये ख़बर सुर्खियां बनीं तो हमें भारी आश्चर्य हुआ। My body my choice जैसे नारे देकर लड़ना एक प्रगतिशील समाज में आश्चर्य ही पैदा करता है।

Khursheeid Ahmad इसराइल टारगेट किलिंग करता है तो कोई प्राब्लम नही और सऊदी अरब जाने के लिए अमरीका रोज़ रोज़ सफाई दे रहा है.

Nooruedeen Shaikh आपका हर लेख सीर्फ पोस्ट ही नही उस बाबत की बेहतरीन तफशीर होती हे आज आपने उन दम्भिओ का नाक काट के थाली मे परोसा है जो जुठी महिला हमदर्दी करते फिरते है।

  • Mohammed Seemab Zaman शुक्रिया, हम कई दिन से यह पोस्ट करने को सोंच रहे थे, जब से यह ग्राफ़ देखा था।