Post of 15th February 2022
Parmod Pahwa साहेब ने हम को मैडम अरूंधति राय का एक साक्षात्कार करण थापर के साथ टैग किया। यह 40 मिनट का चर्चा/बातचीत 40 साल से समाज मे जो ज़हर घोला जा रहा था, उस का निचोड़ है।
हम ने बहुत बार अरूंधति राय की सोंच को ऐशारतन लिखा भी है, शायद यही वजह रही हो जो पहवा साहब ने यह इंटरव्यू हम को एफ़बी पर टैग किया है।कशमीर 370 पर अरूंधति राय कहती हैं कि वह भारत को Consume कर रहा है, उस को हम दो साल पहले “भटकती आत्मा” कह चूके हैं।
अरूंधति राय उत्तर प्रदेश मे फिर योगी आदित्यनाथ के आने की वकालत कर रही हैं जो हम भी कहते हैं “वन्स मोर शहज़ाद सलीम….” क्योकि अगर बीजेपी हार गई तो 22 करोड के आबादी का उप्र और तबाह होगा।यह ढोंगी समाजवादी मोलायम सिंह की पार्टी उप्र के सम्प्रदायिक माहौल को ख़त्म करने की क्षमता नही रखती है बल्कि वह और खराब होने देगी।सपा या बसपा के सिद्धांतहीन नेता लोग पहले से साम्प्रदायिक हैं और ढोंग सामाजिक न्याय का करते हैं।
नीचे लंदन के The Economist मे पॉच दिन पहले छपे ग्राफ को देखये कैसे 2012 के बाद यह Samajwadi Party (SP) और BSP ने अपना वोट BJP को ट्रांसफ़र कर दिया और BJP का वोट शेयर 2019 मे 50% कर दिया।
मोलायम सिंह ने तो 2019 अप्रील मे संसद मे कह कर बीजेपी को वोट ट्रांसफ़र किया और मायावती ने सरे बाज़ार कहा कि “हम ने अपनी जाति का वोट बीजेपी को ट्रांसफ़र कर दिया”
अभी देश की आर्थिक हालत खराब है, सीमा पर तनाव है, स्वास्थ सेवा बहुत खराब है कोई विदेशी निवेश नही आने वाला है।अरब देश New World Order को स्थापित करने मे तेल/गैस का दाम बढा कर भारत ऐसे बडी आबादी वाले देश के लिए और मोशकिल खडा कर दें गें।
अत: अनुरोध है आने दें शहजादा सलीम को मगर बहुरूपिया साम्प्रदायिक SP/BSP को जिताने के चक्कर मे नही पड़ें बल्कि इस चुनाव मे उर्दु नाम वाले पढे लिखे, सामाजिक कार्य करने वाले नेता को वोट दें।SP/BSP ने बरबादी बडी कर दिया है और अभी बरबादी बडी होनी है, बक़ौल अरूंधति राय के लोग “self correct” करें गें। जय हिन्द?