22 May 2022
आठ साल से सरकार ने जितना चीन का तुष्टिकरण किया है अगर उस का चार आना मुस्लिम तुष्टिकरण कर लेती तो विदेशी निवेश आता और हमारे आदरणीय विश्व प्रख्यात दार्शनिक, धारा प्रवाह हिन्दी वाचक डाक्टर साहेब के विश्व गुरू बन्ने का सपना पूरा हो जाता।
खबर है कि जिस देश के रेलवे मंत्री जाफ़र शरीफ साहेब ने 1984 मे बैंगलोर मे और सोनिया गॉधी के रायेबरेली मे तथा लालू यादव ने बिहार के मधेयपुरा मे रेलवे के चक्का (Wheels) बनाने की फैक्ट्री खोली थी।आज उस देश मे 2022 मे “वन्दे भारत” ट्रेन के लिए चीन से 39,000 चक्का खरीदा जा रहा हैं क्योकि रायबरेली मे स्टील की कमी के कारण उत्पादन नही हो पा रहा है और सरकार यूक्रेन तथा रूस से इस साल “forged wheels” का आयात नही कर पा रही है (लिंक कौमेंट मे पढे).
सांस्कृतिक क्रांति (Cultural Conservatism) के आड़ मे हिन्दुत्वा के नाम पर जो देश मे हुआ उस का असर देश मे तीन चार दशक लोग भूगते गा क्योकि अमेरिका के राष्ट्रपति बाईडेन भी ट्रम्प के अमेरिका फ़र्स्ट के नीति पर चल रहे हैं। बाईडेन भी हर चीज़ “मेक इन अमेरिका” करने जा रहा है ताकि जो अमेरिकी मध्यम वर्ग तथा श्रमिक वर्ग चीन के सामान के आयात से तरक्की नही कर पा रहा था वह अब तरक्की करे।
बाईडेन ने साऊथ कोरिया की Hyundai कार कम्पनी से अमेरिका के जौरजिया राज्य मे $10 billion तथा Samsung कम्पनी से टेकसास मे $17 billion का भव्य एलेक्ट्रोनिक्स फ़ैक्टरी खोलने के अनुबंध पर हस्ताक्षर किया है।
हम लोग आठ साल से बराक-ट्रम्प का तुष्टिकरण कर रहे थे और कह रहे थे कि चीन से कम्पनी सब उठ कर भारत आ रही है क्योकि हमारे पास दुनिया मे सब से ज्यादा जवान लडका-लडकी (population dividend) है मगर साथ मे लिंचिंग, एनआरसी, राम मंदिर, तीन तिलाक, ज्ञानवापी, कृष्ण जन्मभूमि का सांस्कृतिक क्रांति भी ला रहे थे यानि एक साथ देश और दुनिया सब को बेवक़ूफ़ बनाते रहे, अंतोगत्वा खुद बेवक़ूफ़ बन गये।
नीचे ग्राफ देखये, करोना कालखंड मे चीन ने दुनिया को 2021 मे 18% GDP दिया।कितने अफसोस की बात है भारत मोग़ल कालखंड मे 32% GDP दुनिया को देता था मगर आज बन्दे मातरम का नारा लगाने वाले #वन्दे_भारत ट्रेन के लिए पहिया चीन से खरीद रहे हैं।
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