जब Titanic जहाज़ iceberg से टकराया था तो आखरी वक्त तक Orchestra बज रहा था। लोग नाच गाना मे मस्त था। किसी को टकराना की आवाज़ सुनाई नही दी और सब डूब गये। पूरा 2019 उसी तरह से दुनिया मे लड़ाई, ट्रेड-वार, ब्रेक्जिट टेंशन, जीडीपी मे गिरावट तथा अस्थिरता में गुज़र गया।
अभी केवल दुनिया मे रूस की अर्थव्यवस्था तेल और गैस अधिक बेचने के कारण अच्छी है। कृषि क्षेत्र मे आत्मनिर्भर हो गया है। रक्षा क्षेत्रे मे सभी देशो से बीस साल आगे है। दुनिया मे अपने विदेश निति का कठोर और नरम शक्ति (hard & soft power) का प्रदर्शन कर रहा है।कहा जा रहा है दुनिया मे 2020 वलादिमीर पुटीन का होगा।
दुनिया के अर्थशास्त्री और बुद्धजीवी कह रहे है कि 2020 मे भी लिबिया/ईराक़ की लड़ाई, ट्रेड-वार, करेंसी-वार, तेल का दाम, बरबाद बैंकींग व्यवस्था दुनिया के बरबाद अर्थव्यवस्था का ही कारण रहे गा जो दुनिया के लिये बहुत बुरा होगा। 2020 मे तेल और सोना का दाम बढ़े गा।चार सौ साल से देखा गया है सोना का दाम बढ़ने का मतलब है महँगाई बढ़ती है।पिछले तीस साल मे देखा गया है तेल-सोना का दाम साथ साथ बढ़ता है और किसी भी देश मे सामान ख़रीदने की क्षमता (purchasing power) या अर्थव्यवस्था तेल-सोना के दाम पर निर्भर करता है।
भारत मे सात साल वही हुआ सब लोग संघीतकार के औरकेस्टरा मे मस्त थे और जहाज़ 2015 में ही iceberg से टक्कर खा गया। अचानक 2019 के अंत मे लोगो को लगा अर्थव्यवस्था बरबाद और हम डूब रहे हैं मगर 2020 मे बहुत देर हो चूका हो गा। “Change the jokey or sell the stables.”