द्वितीय विश्व युद्ध (WWII) के सत्तर साल बाद राष्ट्रपति ट्रम्प, कोरोना ने दुनिया के established world power के ज़ंजीर (chain) को तोड दिया और इस सदी के rising world powers चीन, मिडिल ईस्ट, सेंट्रल ऐशिया तथा अफ्रिका का युग 2021 से नज़र आने लगा।

Western powers (यूरोप-अमेरिका) ने 1973 के अरब-इस्राईल लडाई के बात बरबाद अर्थव्यवस्था मे जान लाकर World Trade Organisation (WTO) मे 1997 मे जान फूँक कर चीन मे मैन्यूफ़ैक्चरिंग कर चीन को सुपर पावर बनाया और अपनी अर्थव्यवस्था की साख को जिंदा रखा।

1992 में सोवियत संघ के टूटने के बाद US, EU, ASEAN ने globalisation कर दुनिया को एक नया सुपर पावर चीन दे दिया।भारत के बुद्धिजीवियों के लडके विदेश पढने जाने लगे और देश मे बाबर को गाली बक कर “मंडल-कमंडल” का नंगा नाच होता रहा।

पिछले हफ्ता सिंगापुर मे शंगरिला (Shagri-La) डायलॉगब में 40 से भी अधिक देशों के डिफेंस प्रमुख एक दूसरे से शांति तथा विकास पर अपनी बात रखते हुए नजर आए। चीनी डिफेंस प्रमुख Wei Fenghe और अमेरिकी डिफेंस सेक्रेटरी लायड ऑस्टीन तथा एशिया पैसेफिक के बूद्धि जीवि भी थे।

अमेरिका के रक्षामंत्री ऑस्टीन ने इंडोनेशिया को AUKUS मे शामिल होकर इन्डो-प्राशांत महासागर मे सेफ़ पैसेज की बात कही, जिस पर इंडोनेशिया के रिटायर्ड जेनेरल ने कहा:

“अमेरिका हमारा दोस्त है मेरे आजादी के लडाई मे कॉलोनियल पावर के खेलाफ मेरा साथ दिया था, सोवियत रूस ने भी मेरी बहुत मद्द किया मगर चीन के साथ तो मेरा बेटी रोटी का रिश्ता रहा है, इंडोनेशिया के सुल्तान, बादशाह, शहज़ादों ने चीन की शहज़ादियाँ से शादी-ब्याह करते थे। उन्होने कहा हम AUKUS या किसी दूसरे गुट का साथ देकर इस क्षेत्र मे शांति भंग करना नही चाहते हैं।

अमेरिका शंगरिला सम्मेलन मे चीन के खेलाफ साजिश करने मे कामयाब नही हुआ, किसी ने साथ नही दिया और लायड ऑस्टीन बेईज़्ज़त हो कर चले गये।

#नोट: हमारे यहॉ भी मोग़ल बादशाह और शहज़ादों ने शादी-ब्याह किया मगर वही लोग आज बुलडोज़र चला कर जीडीपी जला कर अपना #विकास पैदा करने मे असफल हो रहे हैं।हेनरी किसिंजर ने पिछले हफ्ता सही कहा है “हम लोग अब एक नये युग मे रह रहे हैं”