21st September 2024
यूरोपीय सेंट्रल बैंक की अध्यक्ष क्रिस्टीन लगार्ड ने चेतावनी दी है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था 1920 के दशक के आर्थिक महामंदी (Great Depression) और वैश्विक व्यापार में गिरावट तथा दूसरे आर्थिक दबावों का सामना कर रही है।
क्रिस्टीन लेगार्ड ने शुक्रवार को कहा, “हमने 1920 के दशक के बाद से सबसे खराब महामारी, 1940 के दशक के बाद से यूरोप में सबसे खराब संघर्ष और 1970 के दशक के बाद से सबसे खराब ऊर्जा झटके का सामना किया है।”
देख लिजये लगार्ड ने सच बोल दिया कि 1940 के बाद रूस-यूक्रेन लड़ाई यूरोप मे ख़राब संघर्ष है और दुनिया 1973 (1970 के दशक) के बाद सब से ख़राब ऊर्जा (तेल और गैस) झटके का सामना कर रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि आपूर्ति श्रृंखला (Logistics Chain) की समस्याओं यानि हूथी द्वारा Red Sea और तुर्की के Black Sea के व्यवधानों ने “वैश्विक आर्थिक गतिविधि को स्थायी रूप से बदल दिया है।”
रूस-यूक्रेन और इसराइल-प्रतिरोधी ताक़तों के मार-काट के बाद अभी तो चीन को ताइवान क़ब्ज़ा करना बाक़ी है।जिस को अमेरिका चुप-चाप देखता रह जाये गा क्योंकि अमेरिका का क़र्ज़ $23 trillion के GDP से ज़्यादा हो गया है।कल की खबर है कि इंग्लैंड का क़र्ज़ उस के GDP का 100% हो गया है।
तेल का दाम कोरोना के बाद कम नहीं हुआ है, क्योंकि रूस ने यूक्रेन में मार-काट शुरू कर दिया। और अब तो लेबनान मे Solar Panel के जलने की बाद तेल और गैस पिछले शताब्दी (1970 के ऑयल इमबार्गो) के तरह इस शताब्दी में भी किंग बना रहे गा।
#नोट: इसराइल-प्रतिरोधी ताक़तों का मार-काट अब बहुत ही interesting दौर में आ गया है जो अमेरिका के ज़वाल का कारण बने गा और “वैश्विक गतिविधियों को स्थायी रूप से” 1876 के बाद बदल दे गा।
सब्र किजये और दुआ किजये इस शताब्दी में मार-काट बंद हो और दुनिया जल्द बदले और शांति हो।