Post of 13 February 2024
अरब देश दुबई में दो दिन का भव्य World Government Summit हो रहा है जिस मे दुनिया के 25 राष्ट्राध्यक्ष और सरकार के प्रतिनिधि भाग ले रहे है।
यह सम्मेलन दुनिया भर में “सरकार के भविष्य को आकार” (Shaping Future Government) देने के लिए समर्पित किया गया है ताकि मार-काट, दंगा-फ़साद और साम्प्रदायिकता बंद हो और देश तथा समाज “विकास” करे।
इस दो दिन के समारोह मे तुर्की के राष्ट्रपति अरदोगान, क़तर के प्रधानमंत्री मोहम्मद तथा भारत के प्रधानमंत्री मोदी “खसूसी मेहमान” के रूप में भाग ले रहे हैं।भारत के फ़िल्मी दुनिया के मशहूर एक्टर शाह रूख खान भी विशेष आमंत्रित हैं।
#पिछले आठ साल मे प्रधानमंत्री मोदी का दुबई का यह सातवॉ (7) दौरा है और कल वह वहॉ से क़तर जायें गे और क़तर के अमीर को अगले 20 साल (2028-2048) के लिए भारत को गैस आपूर्ति करने का शुक्रिया अदा करें गें।
#क़तर के प्रधानमंत्री मोहम्मद तालिबान-ट्रम्प के बीच सफल मध्यस्थता कराने के लिए दुनिया में मशहूर हैं, और अभी क़तर तथा चीन अफगानिस्तान के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।प्रधानमंत्री मोहम्मद अभी इसराइल-प्रतिरोधी ताक़तों के बीच मध्यस्थता कर रहे हैं।
#अरदोगान पिछले साल जुलाई में चुनाव जीतने के बाद दुबई, क़तर और सऊदी अरब गये थे।पिछले साल अरदोगान ने दुबई मे $50.7 billion का 13 निवेश का समझौता किया था।
इस साल तुर्की और दुबई के बीच Artificial Intelligence (AI) पर बड़ा समझौता होना है क्योंकि इस दो दिन के समारोह में दुनिया के मशहूर AI चिप्स बनाने वाली कम्पनी NVIDIA, Amazon, Open AI आदि इत्यादि के CEO भाग ले रहे है।
कहा जा रहा है कि दुनिया की यह बड़ी AI कम्पनीयॉ दुबई, सऊदी अरब और क़तर से $7 trillion के निवेश की योजना बना रहे हैं और दुबई भविष्य में दुनिया मे AI का केन्द्र बन जाये गा।
#नोट: दुबई सराकर अब्राहमिक धर्म के मान्ने वालों के लिए एक भव्य और अजूबा Abrahamic Family House (मस्जिद, चर्च और सिनेगॉग) अफ़्रीका के आर्किटेक्ट Adjaye Associates से बनवा रही है (नीचे दो तस्वीर देखें)
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Some comments on the Post
Mohammed Seemab Zaman आज मोदी जी ने भारतीय को संबोधित किया और अरबी में भी बोले,
“अल हिन्द वल एमारात बी कलम अल ज़मॉ वल किताब व दुनिया न कुंतो हिसाब ली मुतक़्कलम अफ़ज़ल व …… अल हिन्द वल एमारत…….फी बदैया…,”
प्रधानमंत्री ने उस का तर्जुमा भी किया, “भारत और यूएई वक्त की कलम से दुनिया की किताब का बेहतर भाग्य का हिसाब लिख रहे हैं।भारत और यूएई की दोस्ती हमारी साझा दौलत है, हक़ीक़त में हम अच्छे भविष्य की बेहतरीन शुरुआत कर रहे हैं, अब आप सोंचये कलम, किताब, दुनिया, हिसाब, ज़मीन यह हिन्दुस्तान में कितने आसानी से बोले जाने वाले शब्द हैं। यह शब्द वहॉ कैसे पहुँचे? यहॉ गल्फ़ के इस क्षेत्र, हम दोनों देशों का नाता है, सैकड़ों, हज़ारों वर्ष का और भारत की कामना है यह ऐसे ही दिनों दिन मज़बूत होता रहे”
Mohammed Seemab Zaman अब आप लोग बताई कौन किस को तरजीह दे रहा है। आज तक कोई अरब देश ने रिफ़ाइनरी नहीं बनाया, न Chips की कम्पनी खोला और न ही किसी कम्पनी के साथ पार्टनरशिप किया। यहॉ तक की Tata से भी नहीं किया जो बहुत अच्छा बिज़नेस ग्रुप है।
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