Post of 8th September 2024
Financial Times, London ने कल लंदन मे एक अद्भुत प्रेस कांफ्रेंस किया जिस की जानकारी आख़री वक्त तक ख़ुफ़िया रखी गई थी।
कल पहली बार दुनिया के दो बड़े जासूसी संस्था अमेरिका के CIA ओर ब्रिटेन के MI6 के निदेशक और अध्यक्ष ने पब्लिक में प्रेस कांफ्रेंस कर के “विदेश नीति” पर बात किया जिस को साक्षात्कार कर्ता रौला खलाफ (Roula Khalaf) ने हस्ते हुआ पूछा क्या यह जासूसी दुनिया का Recruitment Drive है!
इस इनट्रविव में जासूसी दुनिया के दोनों मानी जानीं हस्ती ने रूस, इसराइल, मिडिल ईस्ट, ईरान और चीन पर बात किया।
दोनों अधिकारियों ने कहा कि इन लोगों ने पुटिन द्वारा यूक्रेन पर हमले की जानकारी अपनी सरकारों को दी थी जबकि दुनिया के सभी दूसरी जासूसी संस्था का कहना था कि रूस bluff कर रहा है, पुटिन यूक्रेन पर हमला नहीं करे गा। मगर मेरा इन दोनों अधिकारियों से सवाल है कि आप लोगों को 15 अगस्त 2022 को “Fall of Kabul” की जानकारी क्यों नहीं थी? या आप लोगों को इसराइल-प्रतिरोधी ताक़तों के 7 अक्टूबर 2023 के मार-काट की जानकारी क्यों नहीं थी?
*इस साक्षात्कार में एक चौंकाने वाली बात यह दोनों पदाधिकारियों ने यह कही कि “World order is under threat.” हम 2014 से लिख रहे हैं कि द्विपक्षीय विश्वयुद्ध (WWII) के बाद की दुनिया तेज़ी से बदलनी शुरू हो गई। कल यह दोनों जासूसी प्रमुखों ने पब्लिक में यह बाद कह दिया।
*दूसरी चौंकाने वाली बात सीआईए के निदेशक बिल बर्नस ने कहा कि सीआईए अपनी सालाना बजट का 20% पैसा चीन के जासूसी पर लगा रहा है और यह भविष्य में भी जारी रखे गा। मगर एमआई६ के अध्यक्ष रिचर्ड मोर ने कहा कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग चीन में माओ सेतुंग के बाद चीन मे बडे ताक़तवर नेता हो गये हैं और उन की महत्वाकांक्षा है कि वह चीन को “Home and Overseas” एक शक्तिशाली देश बनायें।
#नोट: मेरा मान्ना हे कि यह साक्षात्कार अमेरिका के जासूसी संस्था CIA (सीईए) की ज़वाल का साक्षात्कार था क्योंकि यह अब पब्लीक के सामने आकर अपनी ज़वाल की बात “World order is under threat” कह कर क़बूल कर लिया।