.The Economist ने भारत पर एक लेख के अन्त मे लिखा है कि आप आलोचना किजये गा तो देशद्रोही कहा जाता है, आप विरोध किजये गा तो आतंकवादी कहा जाता है, आप प्यार करते हैं तो आप जिहादी हैं।

यह नैरेटिव बन रहा है भारत का जो सात साल मे बैंक, अर्थव्यवस्था और विदेशनीति को अपने गृह राजनीति के चक्कर मे बर्बाद कर दिया।सरकार अपने ही लोगो का जो अखण्ड भारत के लोग हैं उन का एनआरसी आजादी के सत्तर साल बाद कर रही है।

समझ मे नही आता है नेहरू और इंदिरा ने क्यो IIT, IIM, AIMS, BARC, Haricota Space Centre, ICAR, ICMR, HAL, BHEL, SAIL etc etc. खोला। क्या फायदा देश को हुआ आज जोगी, शिवराज, नितीश जैसे शासक शासन कर रहे हैं।

आज आजादी के सत्तर साल बाद यूपी जिस की आबादी 22 करोड है उस का मुख्यमंत्री जोगी “लव जेहाद” का क़ानून बना रहे हैं।मध्य प्रदेश आबादी 7 करोड उस का मुख्यमंत्री “गौ केबिनेट” बना रहे हैं।बिहार जिस की आबादी 9 करोड उस का मुख्यमंत्री एशिया के बेहतरीन पटना इंजिंयरिंग कौलेज से इंजिंयरिंग किया वह नोनिया, तेली की बात करते हैं।

यह तीन उत्तर भारत का राज्य जो 38 करोड आबादी है जिस ने देश के आजादी के लिये जान गँवाया, झंडा दिया, राष्ट्रपति और मंत्री दिया उन के मुख्यमंत्रियों की सोंच और बोली देखये।

यूरोप मे जर्मनी की आबादी 8 करोड वह लव जेहाद कर के WWII के बाद इतनी तरक्की किया के यूरोप की सब से बडी अर्थव्यवस्था है और कोरोना का वैकसीन निकाल दिया। इंगलैड 6 करोड की आबादी छ: महीना मे कोरोना का वैकसीन निकाल दिया। फ्रांस जिस की आबादी 7 करोड उस से हम €7 billion का 3rd generation Rafael जहाज खरीद कर विशवगुरू का सपना देखा रहे हैं।

चीन गलवान और डोकलम मे पहुँच गया और अगले साल वह क्या करे गा सरकार को पता है। गौर से आम जनता, बूद्ध और बूद्धिजिवी लोग सोंचये के संघ और बीजेपी देश को “मंडल-कमंडल” कर के कहॉ ले आया।