Post of 5th September 2022
यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंसकी ने कहा है कि दुनिया मे “उर्जा संकट” ने विश्वयुद्ध होने से बचा लिया।ज़ेलेंसकी ने कहा दुनिया या यूरोप मे जो भी संकट तेल और गैस से हो रहा है वह लोग बरदाश्त करें वरना विश्वयुद्ध हो जाता और इस से भी बडी बरबादी हो जाती।
कल यूरोपियन संघ (EU) ने “उर्जा आपातकाल” की घोषणा कर दिया है।जर्मनी के चांसलर शूल्ज़ ने €65 billion तेल और गैस पर सब्सिडी देना की घोषणा किया है ताकि महँगाई नही बढे।पोलैंड के राष्ट्रपति $1.3 trillion जर्मनी से WW2 (1939-45) मे उन के मूल्क मे हिटलर द्वारा किये गये क़त्ल-व-गारत के लिए हर्जाना मॉग रहे हैं ताकि इस उर्जा संकट से वह अपने देश को बचा लें।
गैस का दाम दुनिया मे पिछले सात महीना मे 10 गुणा बढ गया है।रूस यूरोप को NordStream 1 pipeline से 60% गैस देता था जिस को तीन दिन पहले बंद कर दिया।जर्मनी मे फैक्ट्री बंद होनी शुरू हो गई।
यूरोप मे अज़रबाइजान से TANAP पाइपलाइन से वाया तुर्किया ग्रीस और इटली को गैस मिलता है।अगर अरदोगान इस को बंद कर दें तो ग्रीस को गैस नही मिले गा।यूक्रेन की लडाई, मँहगे गैस से यूरोप या दुनिया के अर्थव्यवस्था को अगले पॉच-छ: साल तबाह करती रहे गी क्योकि गैस उत्पादक देशो के पास अतिरिक्त गैस नही है।
दुनिया को पुटिन से बात कर समझौता करना ही होगा, जिस मे तुर्किया के राष्ट्रपति अरदोगान की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण हो गई है।अरदोगान ही यूरोप को अज़रबाइजान (TANAP), कजाकिस्तान (BTC) का गैस दे सकते हैं वरना रूस (NordStream 1,2) से यूरोप को गैस हर हाल मे लेना होगा।
इस पूरे खेल मे चीन को फायदा है क्योकि वह रूस और क़ज़ाखस्तान पाइपलाइन से तेल और गैस लेता है।यूक्रेन लडाई मे मिडिल इस्ट और अफ्रिका किसी का साथ नही दे रहे हैं।
#नोट: नीचे ग्राफ मे 1973 के तेल संकट ने 1975 तक इंगलैड मे महगाई (inflation) 25% बढ गया था और जाड़े के रात मे दो घंटा बिजली कटती थी। जर्मनी, फ्रांस,नार्वे, इटली लोगो को सहायता (subsidy) दे कर महगाई बढ़ने नही दिया।अभी का तेल और गैस संकट 1973 के तेल संकट का दस गुणा ज्यादा है।